
ईशा (फाइल फोटो)
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वायरलेस कॉलोनी में मंगलवार को 11वीं की छात्रा ने फांसी लगा ली। परिजनों ने रानी लक्ष्मी बाई की सर्वोदयनगर शाखा के प्रिंसिपल समेत शिक्षकों पर एफआईआर दर्ज कराई है। उनका दावा है कि स्कूल प्रशासन ने छात्रा को नकल करते पकड़ने की बात कहकर मारा-पीटा व जलील किया। इससे क्षुब्ध होकर उसने जान दे दी। पुलिस ने नामजद आरोपियों से पूछताछ के साथ सीसीटीवी फुटेज कब्जे में लिए हैं। दरोगा प्रदीप कुमार के मुताबिक उनकी बेटी ईशा (18) आरएलबी सर्वोदयनगर से पढ़ाई कर रही थी। उसकी परीक्षाएं चल रही हैं। प्रदीप ने बताया कि दोपहर 12 बजे स्कूल से कॉल आई। बात करने वाली महिला ने अपना नाम रंजना सिंह बताया। उसने कहा, आपकी बेटी नकल कर रही थी। जल्दी से स्कूल आ जाइए।
इस पर ईशा की मां स्कूल गई, लेकिन छुट्टी के बाद बेटी नहीं मिली तो वह घर लौट आई और पति को जानकारी दी। प्रदीप स्कूल पहुंचे तो ईशा एक कमरे में अकेली बैठी थी। उसे देखकर लग रहा था कि उसकी पिटाई हुई है। प्रदीप बेटी को घर लेकर आ गए। कुछ देर बाद ईशा ने अपने कमरे में फंदा लगाकर जान दे दी। महानगर इंस्पेक्टर केके तिवारी ने बताया कि प्रदीप की तहरीर पर स्कूल के प्रिंसिपल, शिक्षिका रंजना सिंह व अन्य अज्ञात शिक्षिकों पर मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।
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बेटी के साथ मुझे भी अपमानित किया…
प्रदीप ने बताया कि जब वह स्कूल पहुंचे थे तो ईशा अकेले पेपर दे रही थी। उससे बात करने का प्रयास किया तो शिक्षकों ने रोक दिया और प्रिंसिपल के कमरे में ले गए। ईशा को भी वहां बुलाया गया। प्रदीप ने आरोप लगाया कि प्रिंसिपल ने उन्हें व ईशा को जलील किया। अभद्र व्यवहार से ईशा परेशान हो गई थी।
जांच पर सामने आ जाएगी सच्चाई
स्कूल के निदेशक निर्मल टंडन का कहना है कि परीक्षा के दौरान छात्रा के पास से पर्ची मिली थी। इस पर शिक्षिका उसे प्रिंसिपल के पास लेकर गई थी। प्रिंसिपल ने छात्रा से कुछ कहने के बजाय अभिभावक को बुलाया था। उनसे भी छात्रा से कुछ न कहने की बात कही गई थी। पूरा प्रकरण सीसीटीवी में कैद है। जांच पर सच्चाई सामने आ जाएगी।