लखनऊ। एक ओर फूलों से सजी विशालकाय भगवान की आकृतियों के साथ लोग तो दूसरी ओर विविध प्रकार की सब्जियों से सजा परिसर। यह नजारा था राजभवन में शुक्रवार को लगी 54वीं प्रादेशिक फल, शाकभाजी व पुष्प प्रदर्शनी का। इसमें कुल 2181 प्रतिभागियों ने 16740 आविष्कारों के साथ सब्जी व फूलों के प्रदर्श लगाए।
प्रदर्शनी का शुभारंभ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। इस मौके पर प्रदर्शनी की स्मारिका का विमोचन कर 12 प्रगतिशील कृषकों को सम्मानित किया गया। दर्शकों के लिए सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र फूलों से सजा विशालकाय शिवलिंग था। साथ ही लगभग आठ किलो वजन और छह फीट लंबी मूली भी लोगों का ध्यान खींच रही थी। कम लागत में मशरूम की खेती, मोटे अनाज से बने उत्पाद, खाने-पाने के स्टाल, विभिन्न नई-पुरानी तकनीक से पौधों की खेती, हस्तशिल्प से बने घरेलू उत्पाद भी लोगों को लुभा रहे थे।
बच्चों के लिए निशुल्क, आज भी खुली रहेगी
यह प्रदर्शनी स्कूली बच्चों के लिए निशुल्क है। वहीं, प्रति व्यक्ति प्रवेश के लिए पांच रुपये का शुल्क है। उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के निदेशक डॉ. आरके तोमर ने बताया कि आम जनता के लिए प्रदर्शनी शनिवार को भी सुबह आठ से रात आठ बजे तक खुली रहेगी।
महोबा का पान खाइये, बीमारियां दूर भगाइए
महोबा से स्टाल लगाने वाली मयंकिता चौरसिया ने बताया कि यह पान आल्हा ऊदल के समय से प्रचलित है। यह खाने में बेहद क्रिस्पी होता है। यह प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और पाचन तंत्र को मजबूत करता है। साथ ही अल्सर सहित अन्य बीमारियों से बचाता है। इसे 2021 में जीआई टैग मिला है। इसा मूल्य केवल 50 रुपया है।
टीका देगा सर्वाइकल कैंसर से निजात
डॉ. राममनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान की स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. नीतू सिंह ने बताया कि ज्यादातर महिलाएं मासिक धर्म की अनियमितता व योनि से जुड़ी समस्याओं के बारे में खुल कर नहीं बताती हैं। इससे वह गंभीर बीमारियों का शिकार हो जाती है। इस समस्या को देखते हुए हमने एक साधारण से टीके का आविष्कार किया है। यह टीका 9 से 14 वर्ष की किशोरियों को दो डोज में वहीं 15 वर्ष से ऊपर की किशोरियों को 3 डोज में दिया जाता है। इससे महिलाएं सर्वाइकल कैंसर जैसी बीमारी से बच सकती हैं।