
वाटर ट्रीटमेंट प्लांट।
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लखनऊ में ऐशबाग जलकल में बनाया जा रहा 60 मिलियन लीटर डेली (एमएलडी) क्षमता का नया वाटर ट्रीटमेंट प्लांट मार्च में शुरू हो जाएगा। इससे प्लांट की क्षमता 225 से 285 एमएलडी हो जाएगी। इससे जलकल कई इलाकों को अधिक पानी दे सकेगा। शहर की करीब दो लाख आबादी को इसका लाभ मिलेगा।
नया प्लांट शुरू होने के बाद लालबाग और चारबाग जोनल पंपिंग स्टेशन को नलकूप चलाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। ऐशबाग जलकल से जुड़े इलाकों में पीने के पानी की किल्लत को देखते हुए ही इसकी क्षमता 60 एमएलडी बढ़ाई जा रही है। इसके लिए गऊघाट से लेकर जलकल तक 1300 एमएम की नई राइजिंग मेन लाइन बिछाई गई है। यह वाटर ट्रीटमेंट प्लांट शुरू होने से केकेसी व गढ़ी कनौरा जोनल पंपिंग स्टेशन को दोहरा फायदा होगा। अभी यहां पानी की जरूरत को पूरा करने के लिए नलकूप चलाने पड़ते हैं।
नया प्लांट शुरू होने के बाद इन्हें जलकल से ही पर्याप्त पानी मिल जाएगा। यदि कभी जलकल से पानी की सप्लाई में बाधा आई तो दूसरे विकल्प से आपूर्ति की जा सकेगी। नया वाटर ट्रीटमेंट प्लांट शुरू होने से जलकल में पानी की आपूर्ति बढ़ जाएगी। इससे जोनल पंपिंग स्टेशनों को भी ज्यादा पानी मिलने लगेगा। मेहंदीगंज व एमईएस को आसानी से 10-10 एमएलडी पानी दिया जा सकेगा। जलकल की क्षमता कम होने से अभी पर्याप्त पानी नहीं दिया जा रहा है।
स्मार्ट सिटी योजना मेें लालबाग, कैसरबाग, गोलागंज, अमीनाबाद व हजरतगंज से लगे कुछ इलाकों को एरिया बेस्ड डेवलपमेंट (एबीडी) में शामिल किया गया है। यहां पानी की 24 घंटे आपूर्ति को लेकर विशेष इंतजाम किया जा रहा है। नए प्लांट से 20 एमएलडी लालबाग जोन पंपिंग स्टेशन को दिया जाएगा। जलकल के महाप्रबंधक रामकैलाश का कहना है कि मार्च में नया वाटर ट्रीटमेंट प्लांट शुरू हो जाएगा। इसके बाद जलकल से जुड़े इलाकों में पानी की आपूर्ति बढ़ जाएगी। सबसे अधिक लाभ चारबाग और लालबाग जोनल पंपिंग स्टेशन को मिलेगा।