जी-20 समिट के दौरान लजीज व्यंजनों से महकने वाली चटोरी गली (आशा ज्योति लेन) अब स्थायी रूप से चमकेगी। इससे देश-विदेश से आने वाले लोग एक ही स्थान पर अलग-अलग लखनवी जायकों का लुत्फ उठा सकेंगे। एलडीए चटोरी गली की दस दुकानों का स्थायी रूप से आवंटन करेगा। अमर उजाला व संस्कृति विभाग के संयुक्त आयोजन संगमम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फूड स्ट्रीट विकसित करने की घोषणा की थी। उन्हीं के आदेश के क्रम में चटोरी गली में स्थायी व्यवस्था लागू करने के प्रयास शुरू किए गए हैं।
एलडीए वीसी डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी ने बृहस्पतिवार को बताया कि जी-20 सम्मेलन के दृष्टिगत शहरवासियों के लिए चटोरी गली 12 से 18 फ रवरी तक गुलजार रहेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आह्वान पर चटोरी गली की यह रौनक आगे भी बनी रहे, जिसके लिए इसे फूड स्ट्रीट के रूप में विकसित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने भी अमर उजाला के संगमम कार्यक्रम में मंशा व्यक्त की थी कि लखनऊ सहित प्रदेशभर में हर जगह एक फूड स्ट्रीट विकसित किया जाए। इससे लजीज व्यंजनों से प्रदेश की पहचान हो सकेगी। इसके लिए रिवर फ्रंट के पास विकसित चटोरी गली की दस दुकानों को मशहूर व्यंजन कारोबारियों को आवंटित किया जाएगा। सोमवार को अनुबंध की शर्त एवं शुल्क के संबंध में टेंडर एलडीए की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जाएगा।
1090 पर विकसित होगा स्ट्रीट फूड हब
प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ने बताया कि 1090 पर गुलजार दूसरी चटोरी गली को स्ट्रीट फूड हब के रूप में विकसित करेंगे। इसके लिए सड़क को दुरुस्त कराया और पार्किंग स्थल को खुलवा दिया है। यहां पर 200 से 250 वेंडर लजीज व्यंजनों को खूबसूरत ठेलों एवं काउंटर पर सजाते हैं, जिसमें खूब भीड़ जुटती है। इस रौनक को बरकरार रखने के लिए स्ट्रीट फूड हब विकसित करके बसाएंगे। इसके लिए वेंडरों को किराया देना पड़ेगा, जिससे स्मारक समिति की आमदनी भी होगी। इसके एवज में वेंडरों को तमाम सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।