लुलु मॉल पर 5.75 करोड़ और सेंट्रम होटल पर 3.39 करोड़ का गृहकर बकाया है। यह हाल तब है जबकि दोनों प्रतिष्ठानों की आपत्ति भी नगर निगम निस्तारित कर चुका है। उसके बाद भी ये प्रतिष्ठान टैक्स जमा नहीं कर रहे। नगर निगम के जोनल अफसर की ओर से टैक्स वसूली को लेकर नोटिस जारी किया गया है।
तीन साल पहले नगर निगम सीमा में 88 गांवों का इलाका शामिल हुआ था, जिसमें शहीद पथ के किनारे बसी अंसल एपीआई कॉलोनी भी आ गई है। यहीं पर लुलु मॉल और सेंट्रम होटल भी हैं। इसी होटल में जी-20 समिट का आयोजन भी हुआ था। वहीं होटल प्रबंधन की ओर से बकाया गृहकर जमा नहीं किया गया है। नगर निगम अधिनियम में किए गए प्रावधान के तहत सीमा में आने वाली ऐसी कॉलोनियों में स्थित मकानों और प्रतिष्ठानों आदि से तत्काल हाउस टैक्स वसूल किया जा सकता है, जहां पर पानी, सड़क और मार्ग प्रकाश की सुविधा है।
मेदांता ने जमा किया टैक्स, होटल-मॉल अटका रहे
टैक्स को लेकर होटल व मॉल प्रबंधन की ओर से यह आपत्ति उठाई गई थी कि अंसल एपीआई कॉलोनी अभी नगर निगम को हैंडओवर नहीं हुई है। ऐसे में उन पर टैक्स नहीं लगाया जा सकता। इसे लेकर जोनल अधिकारी की ओर से नगर निगम अधिनियम में किए गए प्रावधान का उल्लेख करते हुए जवाब दिया गया, जिसमें कहा गया कि हाउस टैक्स लगाया जा सकता है, हैंडओवर की कोई बाध्यता नहीं है। इसी तरह की आपत्ति अंसल एपीआई में बने मेदांता अस्पताल की ओर से भी की गई थी, मगर जवाब मिलने के बाद अस्पताल की ओर से करीब 68 लाख रुपये का टैक्स जमा कर दिया गया है, मगर मॉल और होटल प्रबंधन ने टैक्स जमा नहीं किया है।
कमजोरों पर कार्रवाई, बड़ों पर रहम
अमीनाबाद में गुईन रोड पर राकेश तिवारी की दुकान नगर निगम ने 1.81 लाख रुपये और लालबाग में बीएन वर्मा रोड पर पीहूमल की दुकान 1.26 लाख रुपये गृहकर बकाया होने पर सील कर दी थी। इसी तरह करीब 50 दुकानें नगर निगम ने सील की हैं। इसको लेकर सपा पार्षद दल के नेता यावर हुसैन रेशू और कांग्रेेस पार्षद दल की नेता ममता चौधरी ने कहा कि टैक्स वसूली के नाम पर पक्षपात किया जा रहा है। करोड़ों के बकायेदारों की सीलिंग कुर्की नहीं हो रही है, उन्हें सिर्फ नोटिस दिए जा रहे हैं।
कोई पक्षपात नहीं
गृहकर बकायेदारों के खिलाफ सीलिंग-कुर्की की कार्रवाई की जा रही है। जो बड़े बकायेदार हैं, सबके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। किसी के साथ पक्षपात नहीं होगा। कुछ मामलों में लीगल टीम भी बनाई गई है, जो परीक्षण कर रही है। उसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।
– इंद्रजीत सिंह, नगर आयुक्त