लखनऊ। प्रदेश की राजधानी सोमवार को एक अनूठे सम्मान समारोह की साक्षी बनी। पूर्वांचल की शान बढ़ाने वाली विभूतियों को उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने सम्मानित किया। यह आयोजन होटल रेनेसां में अमर उजाला की ओर से किया गया। इस मौके पर उप मुख्यमंत्री की पत्नी व समाज सेविका नम्रता पाठक भी मौजूद रहीं।

पूर्वांचल की शान 2023 सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए ब्रजेश पाठक ने कहा कि उत्तर प्रदेश नित नए आयाम स्थापित कर रहा है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के बाद उत्तर प्रदेश आर्थिक मोर्चे पर पहले स्थान पर आने को है। ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी इसमें मील का पत्थर साबित होगी। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश की संपूर्णता पूर्वांचल से है। एक तरफ काशी तो दूसरी तरफ प्रयागराज संगम नगरी। कबीर भी अंतिम दिनों में पूर्वांचल पहुंचे। गोरखपुर में गोरक्षनाथ की महिमा किसी से छिपी नहीं। आजादी की लड़ाई में भी उत्तर प्रदेश का अहम योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि बलिया 1942 में ही आजाद हो गया था। ऐसी भूमि के सपूतों और मनीषियों को मैं प्रणाम करता हूं।

इनका हुआ सम्मान

– वाराणसी से शिक्षाविद प्रो. राम मोहन पाठक

– वाराणसी भदोही से कालीन निर्यातक इम्तियाज अंसारी

– गाजीपुर से यूथ रूरल एंटरप्रोन्योर फाउंडेशन के संस्थापक संजय शेरपुरिया

– मिर्जापुर से विद्या सार्थक ग्रीन सिटी प्राइवेट लिमिटेड के चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर अरुण कुमार दुबे, जिनका सम्मान सतीश मिश्रा ने लिया।

– जौनपुर से मॉडर्न वीर रेज सिक्योरिटी फोर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के प्रेसीडेंट और एमडी ज्ञान प्रकाश सिंह। इनका सम्मान बेटे अमित प्रकाश सिंह ने लिया।

– जौनपुर से कुमुद गिरिश हाॅस्पिटल प्रा. लिमिटेड के प्रबंध निदेशक डॉ. क्षितिज कुमार शर्मा।

– जौनपुर के ईशा हाॅस्पिटल के जनरल सर्जन डॉ. रजनीश श्रीवास्तव।

– मिर्जापुर से सेठ द्वारका प्रसाद बजाज एजुकेशन सेंटर के निदेशक पारितोष बजाज, जिनका सम्मान पत्नी ज्योति बजाज ने लिया।

– मिर्जापुर के सत्यम इंटरप्राइजेज के प्रोपराइटर जय प्रकाश मौर्या।

– गोरखपुर बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. गनेश कुमार।

– गोरखपुर से टेनिस खिलाड़ी सगुन कुमारी।

– गोरखपुर से डीपी मोटर्स के नितिन मतनहेलिया।

– कुशीनगर से गीता इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल के प्रबंध निदेशक ओपी गुप्ता।

– कुशीनगर से कृष्णा हास्पिटल एंड ट्रॉमा सेंटर के लेप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ. संजय गुप्ता

ग्रामीण युवाओं को गांव में ही रोकना होगा

सम्मानित होने वालों में गाजीपुर से आए संजय शेरपुरिया भी शामिल थे। यूथ रूरल एंटरप्रेन्योर फाउंडेशन के संस्थापक संजय शेरपुरिया ने कहा कि हम ग्रामीण युवाओं को गांवों में रोककर, उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रयासरत हैं। हमारा सपना है कि ये युवा महज 15-25 हजार रुपये की नौकरी के लिए अपने घर से दूर न जाएं। वे गांव में रहकर भी कमा सकते हैं और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती दे सकते हैं।



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