रायबरेली-जगतपुर। राज्यमंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने मंगलवार को आलू भंडारण में लापरवाही बरतने पर उद्यान विभाग के एक कर्मचारी को सस्पेंड कर दिया। उन्होंने कहा है कि जिले में संचालित 27 कोल्ड स्टोरेज पर उद्यान विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की तैनाती की गई है।
कोई भी अधिकारी-कर्मचारी अगले 10 दिन तक मुख्यालय पर नहीं रहेगा। वह सिर्फ कोल्ड स्टोरेज पर आलू के भंडारण में किसानों की मदद करेगा। लापरवाही मिली तो कार्रवाई होगी।
राज्यमंत्री ने सबसे पहले जगतपुर ब्लॉक क्षेत्र के जिंगना स्थित प्रेम शीतगृह का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान सड़क से लेकर कोल्ड स्टोरेज तक आलू से लदी ट्रैक्टर-ट्राॅली व पिकअप खड़ी मिली। मंत्री ने कोल्ड स्टोरेज के मैनेजर संजय सिंह से किसानों की समस्याओं के बारे में पूछताछ की।
मंत्री ने कहा कि आलू भंडारण में किसानों को किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं आनी चाहिए। मंत्री ने किसान दीपक सिंह, रामप्रवेश, अमरनाथ, रामनाथ, जेपी शुक्ला, शिवनारायण, शैलेंद्र शुक्ला, प्रदीप त्रिवेदी से बातचीत की। उनके आलू भंडारण कराने के निर्देश दिए। मंत्री ने लालगंज ब्लॉक के लक्ष्मी कोल्ड स्टोरेज का भी औचक निरीक्षण किया।
उन्होंने बताया कि लापरवाही बरतने वाले उद्यान विभाग के कर्मचारी रामनिवास को निलंबित कर दिया गया है। बताया कि रामनिवास की सलोन तहसील क्षेत्र में कोल्ड स्टोरेज में डयूटी थी, लेकिन उसे आलू भंडारण संबंधी कोई जानकारी नहीं थी। मंत्री ने कहा कि सरकार किसी भी दशा में आलू किसानों का अहित नहीं होने देगी। रायबरेली में भंडारण को लेकर कोई समस्या नहीं है। अब तक 70 फीसदी आलू भंडारण किया जा चुका है। दूसरे जिलों के शीतगृहों में भी आलू का भंडारण कराया जाएगा। इस पर 100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से भाड़े का भुगतान राज्य सरकार करेगी।