संवाद न्यूज एजेंसी, लखनऊ
Updated Sun, 19 Mar 2023 12:33 AM IST
रायबरेली। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में शनिवार को दिल की ओपेन सर्जरी हुई। सीटीवीएस विभाग के कार्डियोथोरासिस एवं वास्कुलर सर्जन डॉ. संकल्प की टीम ने सफल सर्जरी की। करीब दो घंटे तक चली सर्जरी के बाद मरीज अब पूरी तरह से स्वस्थ है।
एम्स में पिछले महीने हार्ट लंग्स मशीन को शुरू कराया गया था। इस मशीन की मदद से दिल के छेद बंद करने, दिल के खराब वॉल्व को बदलने के अलावा दिल की नसों की बाईपास सर्जरी आसानी से हो सकती है। हार्ट लंग्स मशीन लगने के बाद एम्स में शनिवार को पहली ओपन हार्ट सर्जरी हुई।
कार्डियोथोरासिस एवं वास्कुलर सर्जन डॉ. संकल्प ने बताया कि 32 साल के युवक के दिल में बचपन से छेद था, जिसकी वजह से उसकी सांस फूलती थी। दिल का वाॅल्व भी खराब हो रहा था। सर्जरी के दौरान दिल का छेद बंद किया गया। यह सर्जरी आयुष्मान स्कीम के तहत निशुल्क की गई है। एम्स के निदेशक प्रो. अरविंद राजवंशी ने बताया कि एम्स में पहली बार ओपेन हॉर्ट सर्जरी की हुई। अब वह पूरी तरह से स्वस्थ है। मरीज को अभी एक सप्ताह से अस्पताल में रखा जाएगा।