रायबरेली। विद्युत उपकेंद्र छतोह के अंतर्गत आने वाले गांवों की बिजली आपूर्ति में सुधार होगा। सिस्टम ओवरलोड होने की वजह से यहां के उपभोक्ताओं को ट्रिपिंग की समस्या से जूझना पड़ रहा था। यहां पर अब पांच-पांच एमवीए के तीन ट्रांसफार्मर हो जाएंगे। तीसरे ट्रांसफार्मर की टेस्टिंग का काम चल रहा है। दो दिन में इस ट्रांसफार्मर से बिजली आपूर्ति शुरू हो जाएगी।
विद्युत उपकेंद्र में पहले पांच-पांच एमवीए के दो और तीन एमवीए का एक ट्रांसफार्मर लगा था। फरवरी में तीन एमवीए ट्रांसफार्मर खराब हो गया था। इससे दो ट्रांसफार्मरों के सहारे बिजली आपूर्ति हो रही है।
गर्मी में उपभोक्ताओं को बिजली संकट से जूझना न पड़े, इसके लिए तीन एमवीए की जगह पांच एमवीए का एक और ट्रांसफार्मर उपकेंद्र पहुंच गया है। टेस्ट डिवीजन के एक्सईएन धर्मराज ने ट्रांसफार्मर और पैनलों की टेस्टिंग के लिए सहायक अभियंता शशिनाथ सिंह, राजेश कुमार पासवान, अवर अभियंता राजपति की टीम भेजी।
परशदेपुर के उपखंड अधिकारी सुनील कुमार, अवर अभियंता विनोद कुमार की देखरेख में शुक्रवार को दिन भर टेस्टिंग की गई। पैनल में ट्रिपिंग की जांच की गई। इनकमिंग और आउटगोइंग पैनलों की जांच की गई। उपखंड अधिकारी सुनील कुमार ने बताया कि छतोह विद्युत उपकेंद्र से नसीराबाद देहात, नसीराबाद टाउन, मोहारी, परशदेपुर, छतोह फीडर निकले है। इनसे करीब 60 गांवों की बिजली आपूर्ति होती है। अभी तक उपकेंद्र की क्षमता 13 एमवीए थी, जो अब बढ़कर 15 एमवीए हो जाएगी। इससे 50 हजार आबादी को बिजली की आवाजाही से राहत मिलेगी।