रायबरेली। ग्रामीण अंचलों में पेयजल की समस्या से राहत दिलाने के लिए पानी की 44 टंकियों का जीर्णोद्धार कराया जाएगा। इससे करीब पांच लाख से ज्यादा लोगों को पेयजल समस्या से राहत मिलेगी।
जलनिगम (ग्रामीण) ने पानी की टंकियों व पाइप लाइनों का जीर्णोद्धार कराने के लिए 700 करोड़ रुपये की कार्ययोजना शासन को भेजी है। मौजूदा समय में इन टंकियों में कहीं बोर ध्वस्त हैं, तो कहीं पर ओवरहेड टैंक जर्जर हो गया है। कुछ जगहों पर पाइप लाइनें भी टूट गईं हैं।
ग्रामीण अंचलों में पानी की 101 टंकियां हैं। इसमें 36 टंकियां ग्राम पंचायतों के पास, जबकि 65 टंकियां जलनिगम (ग्रामीण) के पास हैं। इसमें से 44 टंकियों से पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है। कहीं पाइप लाइन ध्वस्त हैं, तो कहीं पर बोर खराब है। इन टंकियों का निर्माण 1980 से पहले कराया गया है।
जलापूर्ति न होने से लोगों को हैंडपंप या फिर कुओं का पानी पीना पड़ रहा है। इस समस्या को देखते हुए जलनिगम ने जीर्णोद्धार कराने के लिए कार्ययोजना शासन को भेजी है। सरेनी ब्लॉक क्षेत्र के पहुंरी, सरेनी, भोजपुर, सरांय बैरियाखेड़ा, खजूर गांव समेत 44 ऐसी पानी की टंकियां हैं, जिनका जीर्णोद्धार कराया जाएगा।
शासन को भेज दी गई कार्ययोजना
जिले में पानी की 44 टंकियों को चिह्नित किया गया है। इनके जीर्णोद्धार के लिए कार्ययोजना शासन को भेजी जा चुकी है। जिस विचार चल रहा है। शासनस्तर से एजेंसी नामित होने के बाद काम शुरू कराया जाएगा।
-एस रहमान, एक्सईएन, जलनिगम ग्रामीण