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लखनऊ में बक्शी का तालाब में सैरपुर के फरुक्काबाद में होली के दिन बुधवार दोपहर बुजुर्ग चौकीदार को पीटने के बाद गोली मार दी गई। कुछ लोग मरणासन्न हालत में उसको घर के बाहर फेंक कर भाग निकले। सूचना पर पहुंची पुलिस ने उसे ट्राॅमा में भर्ती कराया, जहां देर रात चौकीदार की मौत हो गई। पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर एक युवक को हिरासत में लिया है।
बख्शी का तालाब के भौली गांव निवासी मंगलू (60) सैरपुर स्थित एक अचार फैक्टरी में चौकीदारी करते थे। परिजनों के मुताबिक, बुधवार को मंगलू त्योहारी लेने के लिए फैक्टरी गए थे। दोपहर करीब दो बजे कुछ लोग कार से आए और घर के बाहर मंगलू को फेंक कर चले गए थे। इसमें गौरी शंकर नाम का शख्स भी था। मंगलू खून से लथपथ थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि मंगलू को गोली मारी गई थी। इंस्पेक्टर सैरपुर सुनील तिवारी ने बताया कि कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
मारा पीटा और फिर मार दी गोली
घटना के बाद से ही मंगलू के बेटे संदीप कह रहे थे कि उनके पिता को जमकर पीटा गया। घटनास्थल के आसपास के कुछ लोगों ने फायरिंग की बात बताई थी। इसलिए उनका आरोप था कि पिटाई के बाद पिता को गोली मारी गई थी। पोस्टमार्टम से पहले पुलिस इस बात की पुष्टि नहीं कर रही थी। जब पोस्टमार्टम हुआ तो स्पष्ट हो गया कि मंगलू को गोली मारी गई थी। जो कंधे पर लगी और छाती में धंस गई थी। उसी वजह से उनकी मौत हुई।
पुलिस का दावा : धोखे से चली गोली चौकीदार को लगी
डीसीपी नॉर्थ एसएम कासिम आब्दी ने बताया कि शुरुआती जांच में सामने आया कि फरुक्काबाद निवासी अनुज व ऋषभ डीजी पर डांस कर रहे थे। अनुज के पास तमंचा था। धोखे से गोली चली जो मंगलू को लग गई। ये दावा ऋषभ ने पूछताछ में बताया है। अनुज फरार है। उसकी तलाश की जा रही है। अगर ये दावा पाया जाता है तो डीसीपी का कहना है कि मामला गैर इरादतन हत्या का होगा। डीसीपी ने बताया कि जो साक्ष्य होंगे उस आधार पर कार्रवाई की जाएगी। अनुज की गिरफ्तारी के बाद घटना स्पष्ट हो जाएगी।
गाजीपुर थाने में मुख्य आरक्षी की मौत, कानपुर के घाटमपुर के रहने वाले थे आशुतोष
गाजीपुर थाने में तैनात मुख्य आरक्षी आशुतोष त्रिपाठी (52) की मंगलवार रात को अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक, मुख्य आरक्षी की मौत बीमारी से हुई है। प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार सिंह के मुताबिक, मूलरूप से कानपुर के घाटमपुर निवासी आशुतोष त्रिपाठी वर्तमान में गाजीपुर थाने के हेड मुहर्रिर का काम देख रहे थे।
भाई पुष्पेंद्र ने बताया कि थाने के पीछे बने आवास में बेटे के साथ रहते थे। होली में बेटा घर चला गया था। मंगलवार रात को आशुतोष की अचानक तबीयत खराब हो गई। राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। परिवार में पत्नी मीरा देवी व दो बच्चे हैं।
संदिग्ध हालात में सेवानिवृत्त सैन्यधिकारी की मौत
गाजीपुर सेक्टर-19 इलाके में श्याम सिंह (52) की बुधवार को संदिग्ध हालत में मौत हो गई। दिल्ली में रहने वाले श्याम सिंह के बहनोई एमए मीणा ने जांच की मांग की है। श्याम सिंह सेना में अधिकारी थे और वीआरएस ले रखा था। वह मानसिक मंदित बेटी हिमानी सिंह के साथ रहते थे। श्याम की पत्नी सीमा की चार साल पहले हार्ट अटैक से मौत हो चुकी है। घर की देखरेख के लिए पूनम यादव नाम की महिला रहती थी। पूनम के मुताबिक, बुधवार को होली के बाद श्याम सिंह की तबीयत अचानक खराब हो गई। राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।