सांकेतिक तस्वीर

सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : सोशल मीडिया

विस्तार

एसटीएफ और गुलावठी पुलिस ने रविवार देर रात सिकंदराबाद रोड के गांव बीघेपुर के निकट मुठभेड़ में सवा लाख के इनामी डकैत साहब सिंह उर्फ सुनील को मार गिराया। वह बावरिया गिरोह का सक्रिय सदस्य था। उसके दो साथी मौके से भाग निकले। साहब सिंह ने 18 अगस्त 2001 में अपने सात साथियों के साथ जनपद गोंडा के न्यू मेवातियान मोहल्ले में लाखों की डकैती डालने के बाद यूसुफ सिद्दीकी के परिवार के 14 लोगों पर हमला किया था। इसमें दो नवजात समेत पांच लोगों की मौत हो गई थी

 

एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया कि मुठभेड़ में एक बदमाश पैर व सीने पर गोली लगने से घायल हो गया, जबकि उसके दो साथी भाग निकले। घायल की शिनाख्त डकैत साहब सिंह उर्फ सुनील निवासी सजेती थाना जसराना फिरोजाबाद के रूप में हुई है। उसके पास से अवैध असलहा व बाइक बरामद की गई है। साहब सिंह को अस्पताल ले जाया गया, जहां मृत घोषित कर दिया गया। मुठभेड़ में गुलावठी थाने के हेड कांस्टेबल मोहित मलिक और एसटीएफ के हेड कांस्टेबल अनिल कुमार व भूपेन्द्र राणा भी घायल हुए हैं।

एसएसपी ने बताया कि गोंडा पुलिस को भी उसकी तलाश थी। इस मामले में उसके छह साथियों को 2001 में ही एसटीएफ ने मार गिराया था और एक साथी को 2019 में गिरफ्तार किया था। इसके बाद गोंडा पुलिस ने साहब सिंह पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। बुलंदशहर के डिबाई में हुई एक डकैती के मामले में गिरफ्तारी न होने पर 25 हजार रुपये का इनाम रखा गया था। अलीगढ़ के छर्रा थाना क्षेत्र में भी डकैती के दौरान साहब सिंह ने दो लोगों की हत्या की थी।  

बावरिया गैंग के बदमाशों ने लोहे की रॉड से परिवार के मासूम बच्चों समेत छह लोगों की मारकर हत्या कर दी थी। जिसमें तारिक के पिता मुहम्मद यूसुफ सिद्दीकी, बड़े भाई रिजवान सिद्दीकी, दो भतीजे अयान 5, व रोमी 7 भाभी शायरा व चालक नन्कू शामिल थे।



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published.