रायबरेली। कैबिनेट में प्रस्ताव पास होने के बाद जिले में 15 साल से ज्यादा पुराने 188 सरकारी व एक लाख से अधिक निजी वाहनों को स्क्रैप करने को हरी झंडी मिल गई है। सरकारी वाहनों को पहले ही शासन स्तर से कबाड़ घोषित करके एआरटीओ को सूची उपलब्ध कराई जा चुकी है। एक अप्रैल से इस कैटेगरी की गाड़ियां कबाड़ हो जाएंगी।
केंद्र सरकार की ओर से 15 साल से अधिक उम्र के वाहनों को कबाड़ घोषित करने की प्रक्रिया लंबे समय से चल रही थी। दो माह पहले सरकार ने नोटिफिकेशन जारी कर दिया था। आगामी एक अप्रैल को 15 साल की उम्र पूरी कर चुके सरकारी वाहनों को कबाड़ घोषित माना गया है। इन वाहनों के संचालन को रोकने के लिए शासन के स्तर से 188 सरकारी वाहनों की सूची एआरटीओ कार्यालय को उपलब्ध कराई गई है।
शुक्रवार को प्रदेश सरकार की कैबिनेट में स्क्रैप के प्रस्ताव को पास कर दिया गया। इसके बाद जिले में आगामी एक अप्रैल के बाद कबाड़ घोषित वाहनों का एआरटीओ कार्यालय से फिटनेस व अन्य प्रमाणपत्र जारी नहीं किया जाएगा। संबंधित विभागों को कबाड़ वाहनों को स्क्रैप करवाना होगा। नीति के तहत यदि वाहनों को कबाड़ में भेजने के बाद उसकी जगह नई गाड़ी ली जाएगी तो नई गाड़ी पर 25 प्रतिशत तक रोड टैक्स में छूट मिलेगी। करीब एक लाख निजी वाहन भी स्क्रैप की श्रेणी में आ गए हैं।
15 साल पुराने सरकारी व निजी वाहन
वाहन का नाम संख्या
मोटर साइकिल 60
कार 48
सामान वाहन 19
फायर वाहन 03
बस 44
एंबुलेंस 13
ट्रेलर 01
निजी वाहन एक लाख
जिले में 15 साल की उम्र पूरी कर चुके 188 सरकारी वाहनों की सूची मिली है। एक लाख निजी वाहनों की भी उम्र पूरी हो चुकी है। कैबिनेट में प्रस्ताव पास हो गया है। आदेश आते ही नियमानुसार वाहनों को स्क्रैप कराने का काम शुरू किया जाएगा।
मनोज कुमार सिंह, एआरटीओ (प्रवर्तन)