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– फोटो : Agency (File Photo)
विस्तार
प्रदेश में विपक्ष के कब्जे वाली 14 लोकसभा सीटों पर 2019 में मिली हार के कारणों का मंथन कर भाजपा इन सीटों पर 2024 में जीत की रणनीति तैयार करेगी। चुनाव जीतने के लिए भाजपा एक ओर जहां दलित और पिछड़े वोट बैंक को साधेगी वहीं क्षेत्र में चुनावी रणनीति को धरातल पर उतारने के लिए प्रदेश सरकार के पूर्व व वर्तमान मंत्रियों के साथ अनुभवी नेताओं की भारी भरकम टीम तैनात की जाएगी।
भाजपा प्रदेश मुख्यालय में बृहस्पतिवार को आयोजित लोकसभा प्रभारियों, संयोजक और विस्तारकों की बैठक आयोजित हुई। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव सुनील बंसल और 14 सीटों के प्रभारी एवं राज्यसभा सदस्य नरेश बंसल ने हारी हुई सीटों पर जीत की तैयारी के लिए चुनावी तैयारी का रोडमैप तैयार किया। पार्टी कमल निशान और फिर एक बार मोदी सरकार के नारे से सहारे चुनाव मैदान में उतरेगी।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी और महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह की मौजूदगी में आयोजित बैठक में सुनील बंसल ने कहा कि 2019 में 14 सीटों पर चुनाव क्यों हारे थे इसका मंथन किया जाएगा। चुनाव में हार के राजनीतिक और सामाजिक कारण तलाशे जाएंगे। हारने के कारण बनाम जीतने की रणनीति के आधार पर चुनाव की योजना बनानी है।
उन्होंने कहा कि 14 लोकसभा क्षेत्रों में स्थित 70 विधानसभा क्षेत्रों में होली के बाद एक एक पूर्णकालिक विस्तारक भेजे जाएंगे। उन्होंने कहा कि हर स्तर पर यह बात करनी है कि जीत के लिए क्या करना है, ऐसा क्या किया जाए जिससे चुनाव में लाभ हो। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में यदि प्रदेश या केंद्र सरकार से किसी कार्य विशेष की आवश्यकता है तो प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी को अवगत कराएं। बैठक का संचालन प्रदेश महामंत्री अमरपाल मौर्य ने किया।
चौतरफा चुनावी रणनीति बनेगी
14 लोकसभा सीटों पर चुनाव जीतने के लिए चौतरफा रणनीति बनाई जाएगी। पहले चरण में क्षेत्र में पार्टी के कार्यकर्ताओं की सूची तैयार कर उन्हें सक्रिय किया जाएगा। राष्ट्रीय स्वयं संघ से जुड़े सभी संगठनों के कार्यकर्ताओं की सूची तैयार की जाएगी। विधानसभा क्षेत्रवार केंद्र व प्रदेश सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों (की वोटर्स) की सूची तैयार कर उनसे लगातार संपर्क व संवाद किया जाएगा। ऐसे पूर्व पदाधिकारी जो अभी निष्क्रिय हैं उनसे संपर्क कर उन्हें सक्रिय किया जाएगा। धार्मिक और सामाजिक संगठनों की सूची तैयार कर उन्हें भी सक्रिय किया जाएगा। प्रदेश सरकार के मंत्रियों के भी इन क्षेत्रों में प्रवास कराए जाएंगे।
20-20 अनुभवी नेताओं की टीम से सजाएंगे मैदान
प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र में करीब बीस से अधिक दिग्गज नेताओं की टीम तैनात की जाएगी। केंद्र सरकार के मंत्री, क्लस्टर प्रभारी, लोकसभा प्रभारी, लोकसभा संयोजक, विस्तारक पहली तैनात कर दिए हैं। अब प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र में पांच विधानसभा विस्तारक, विधानसभा प्रभारी, विधानसभा संयोजक तैनात किए जाएंगे।
31 मार्च तक पूरा होगा बूथ सशक्तिकरण अभियान
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कहा कि बूथ सशक्तिकरण अभियान के तहत मार्च में बूथ कमेटी का पुनर्गठन किया जाएगा। बूथ कार्यकर्ताओं को सक्रिय करना है। मार्च महीने में बूथ कमेटी को सक्रिय किया जाएगा, अधूधूरी को पूरा किया जएगा, ३१ मार्च तक काम पूरा करना है
14 सीटों के लिए चार क्लस्टर बनाए
बैठक में 14 सीटों के लिए चार क्लस्टर बनाए गए। पूर्व मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा, राज्यमंत्री जसवंत सैनी, कलावती सिंह और विजय शिवहरे को क्लस्टर प्रभारी नियुक्त किया गया। सुनील बंसल ने कहा कि क्लस्टर प्रभारी एक दिन, लोकसभा प्रभारी दस दिन और विधानसभा प्रभारी 15 दिन प्रवास करेंगे। उन्होंने कहा कि लोकसभा प्रभारी को मंडल स्तर और विधानसभा संयोजक को शक्ति केंद्र तक प्रवास करना है। दो महीने में प्रवास पूरा होना है। उन्होंने कहा कि प्रवास का परिणाम दिखना चाहिए। प्रवास के बाद उसकी रिपोर्ट बनाकर भी पार्टी में देनी है।
दलित और अति पिछड़े वर्ग पर रहेगा फोकस
14 सीटों पर जीतने के लिए दलित और अति पिछड़े वर्ग पर फोकस किया जाएगा। बीते चार लोकसभा चुनाव के आंकड़े संकलित कर उसके अनुसार व्यूह रचना बनाई जाएगी।
नड्डा और शाह करेंगे प्रवास
हारी हुई 14 लोकसभा सीटों पर गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा वर्ष भर प्रवास करेंगे। प्रवास के दौरान वह क्षेत्र के एतिहासिक या महत्वपूर्ण स्थान पर जाएंगे। भूतपूर्व सैनिकों के कार्यक्रम में शामिल होंगे। शिक्षकों, महिलाओं, वकीलों के साथ संवाद करेंगे। नड्डा और शाह की सभा में बूथ अध्यक्षों को अवश्य बुलाया जाएगा। लेकिन धार्मिक स्थल पर उनका कार्यक्रम नहीं रखा जाएगा।
विरोधी सांसद को घेरेंगे
भाजपा कार्यकर्ता यह बताएंगे कि 14 सीटों पर विपक्षी दलों के सासंद ने कुछ काम नहीं किया है। वहीं भाजपा चुनाव हारने के बाद भी क्षेत्र के लिए काम कर रही है। क्षेत्र में पार्टी की विचारधारा से जुड़े लोगों को जोड़ने के साथ सोशल मीडिया प्लेटफार्म का भी उपयोग किया जाएगा। दीवार लेखन पर केवल भाजपा के चुनाव चिंह कमल का निशान होगा और फिर एक बार मोदी सरकार का नारा होगा।
दस करोड़ लाभार्थी को साधेंगे
यूपी में केंद्र व प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं के दस करोड़ से अधिक लाभार्थी है। 14 लोकसभा सीटों के साथ शेष 66 लोकसभा सीटों पर भी चुनाव जीतने के लिए भाजपा इन लाभार्थियों से लगातार संपर्क और संवाद करेगी। अलग-अलग योजनाओं के लाभार्थियों के सम्मेलन भी कराए जाएंगे।