
Umesh Pal Hatyakand
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
प्रयागराज में राजूपाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल की हत्या के बाद पुलिस लगातार एक्शन में है। पुलिस ने सोमवार को दूसरे एनकाउंटर में शूटर विजय उर्फ उस्मान को मार गिराया। हत्याकांड में शामिल बाकी लोगों की पुलिस तलाश में जुटी है। माफिया अतीक अहमद को गुजरात से लाने की कवायद भी तेज हो गई है।
इसके साथ ही बरेली जेल में बंद अतीक के भाई अशरफ को भी लाने की तैयारी की जा रही है। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर विवेचक लगातार अतीक और उसके भाई को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेने के लिए पर्चे काट रहे हैं। जल्द ही सारी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद पुलिस अदालत से दोनों को पुलिस कस्टडी रिमांड पर देने का अनुरोध करेगी।
वहीं, जांच में एक और नया खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि उमेश ने माफिया अतीक अहमद से पांच करोड़ रुपये लिए थे। बाद में वह अतीक को ही धोखा देने लगा था। अतीक के गुजरात जेल जाने के बाद उसने कई बेशकीमती जमीनों के सौदे किए।
पुलिस-प्रशासन में अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर जमीनों के फर्जी दस्तावेज तैयार कब्जा कर लिया। जब अतीक को ये मालूम पड़ा, तो वह उमेश से खतरा महसूस करने लगा। प्रयागराज में अपना वर्चस्व खत्म होने के डर से उसने उमेश को ठिकाने लगाने की योजना बनाई।