
बसपा सुप्रीमो मायावती।
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लोकसभा चुनाव से पहले बसपा ने पार्टी में युवाओं की दमदार उपस्थित दर्ज कराने की कोशिश तेज कर दी है। पार्टी सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि इस मुहिम में गांव के युवाओं को ज्यादा से ज्यादा जोड़ा जाए। हर बूथ पर पांच पदाधिकारी बनाने हैं जिनमें युवाओं को प्राथमिकता दें।
बसपा ने गांव चलो अभियान शुरू किया है। इसके तहत गांव-गांव जाकर बैठकें की जा रही हैं। बसपा का लक्ष्य लोकसभा चुनाव 2024 है जिसमें इस बार गांवों को फोकस किया जा रहा है। पहले बसपा निकाय चुनाव की तैयारी में थी पर इसमें देर होने से अब पार्टी ने गांवों के सहारे लोकसभा चुनाव जीतने की योजना पर काम शुरू किया है।
बसपा सुप्रीमो ने इसके लिए पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि प्रत्येक सेक्टर पर बैठकें करो। सेक्टरों की बैठक में बूथ कमेटियां बनाने का निर्णय होगा। प्रत्येक सेक्टर पर दस बूथ कमेटियां बनेंगी और प्रत्येक बूथ पर पांच पदाधिकारी नियुक्त किए जाएंगे। यह जिम्मेदारी युवाओं को देने की बात कही गई है।
उपेक्षितों को जोड़ो
पार्टी के थिंक टैंक ने कहा है कि युवाओं को जोड़ने में दो मुख्य बिंदुओं पर फोकस करना है। पहला, वह हर वर्ग से हों। दूसरा ऐसे युवाओं पर भी फोकस करें जो दूसरे दलों में उपेक्षित हैं। ऊर्जावान हों तो बसपा से उन्हें जोड़ें और अहम जिम्मेदारी दें।
नजदीकी मुकाबले के बूथों पर फोकस
बसपा ने ऐसे बूथों पर ज्यादा फोकस किया है जहां विधानसभा चुनाव 2022 में पार्टी मामूली अंतर से पीछे रह गई। जहां मिश्रित आबादी है और दलित वोटरों की संख्या भी वहां खूब है। ऐसे बूथों पर काम करने के जल्दी परिणाम आने की संभावना बसपा को नजर आ रही है।